10 INTERESTING FACTS ABOUT BRAIN


 मनुष्य मस्तिष्क मानव शरीर में सबसे आवश्यक अंगों में से एक है। यह हमें सोचने, तर्क करने, याद रखने और नई चीजें सीखने में मदद करता है। वास्तव में, हमारा मस्तिष्क और इसकी बेहतर कार्यप्रणाली, इसके अनुमान लगाने की क्षमता जानवरों और सर्वशक्तिमान की अन्य कृतियों से अलग है। मस्तिष्क आपके शरीर के केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का हिस्सा है।  यह आपके शरीर का सबसे पेचीदा हिस्सा है। इसमें भारी मात्रा में सूचना भेजने और प्राप्त करने की क्षमता है। क्योंकि यह बहुत जटिल है, कुछ चीजें हैं जो डॉक्टर और वैज्ञानिक अभी तक इसके बारे में पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं। इसका मतलब यह भी है कि कुछ रोचक चीजें हैं जो आप अपने मस्तिष्क के बारे में नहीं जानते होंगे।

यहाँ मानव मस्तिष्क के बारे में 10 रोचक तथ्य दिए गए हैं:

1- एक स्वस्थ मनुष्य का मस्तिष्क का वजन लगभग 1.5 किलो ग्राम होता है

इसमें 60% तक वसा होता है और यह मानव शरीर के सबसे मोटे अंगों के अंतर्गत आता है |

2- मानव मस्तिष्क में जागृत होने की अवस्था पर लगभग 23 वाट बिजली उत्पन्न करने की क्षमता होती है, जिस ऊर्जा से आसानी से एक बल्ब जलाया जा सकता है |

3- हमारे शरीर में जितना रक्त और o2 का उत्पादन होता है उसका लगभग 20% मस्तिष्क को मिलता है, उसके कार्यभार को संभालने की आवश्यकता को देखते हुए |

4- जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है, तो लगभग 8-10 सेकंड के बाद मस्तिष्क अपना नियंत्रण खोने लगता है।

मस्तिष्क 5 से 6 मिनट तक जीवित रह सकता है अगर उसे ऑक्सीजन न मिले जिसके बाद वह मृत्य हो जाता है, बिना खून के मस्तिष्क का आस्तित्व संभव नहीं |

5- मस्तिष्क में मौजूद रक्त वाहिकाओं की लंबाई लगभग 100,000 मील होती है, जो की पूरी धरती के चक्कर लगा सकती हैं |

6- दिमाग में 100 अरब न्यूरॉन मौजूद होते हैं, प्रारंभिक गर्भावस्था में, न्यूरॉन्स 250,000 प्रति मिनट की आश्चर्य मे डाल देने वाली दर से विकसित होते हैं |

7- जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम नई चीजें याद नहीं रख पाते हैं। अमेरिका में शोधकर्ताओं के अनुसार ऐसा इसलिए है क्योंकि मस्तिष्क पुरानी यादों को फिल्टर  और हटाने में असमर्थ है जो इसे नए विचारों को गृहण करने से रोकता है |

8- दिमाग का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना होता है। इसका मतलब है कि निर्जलीकरण,जिसका मतलब मस्तिष्क मे पानी की का कम होना, यहां तक ​​कि थोड़ी मात्रा में भी, मस्तिष्क के कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिसके काफी दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं |

9- सिरदर्द, बेचेनी होना वगेरा आपके मस्तिष्क के अंदर आपकी गर्दन और सिर की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के साथ होने वाले रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण होता है |

10- यह एक मिथ है कि हम जब किसी को या फिर खुद अपने आप को कहते हैं की हमारे मस्तिष्क का केवल 10 प्रतिशत ही उपयोग करता है। हम असल में इसका पूरा उपयोग करते हैं। जबकि हम सोते समय भी अपने दिमाग का 10 प्रतिशत से अधिक का उपयोग कर रहे होते है वरना हम जीवित नही रह सकते क्योंकी सांस लेने और छोड़ने का नियंत्रण दिमाग के पास ही होता है |

Extra Point - शराब आपके मस्तिष्क को बहुत दुर्गति से प्रभावित करती है जिनमें धुंधली दृष्टि, धीमी गति से बोलना, एक अस्थिर चलना, और बहुत कुछ शामिल हैं।  एक बार जब आप ये नशे छोड़ फिर से शांत हो जाते हैं तो ये आमतौर पर ये परेशानियाँ गायब हो जाते हैं। हालांकि, यदि अगर आप लंबे समय तक पीते हैं, तो इस बात के प्रमाण हैं कि शराब आपके मस्तिष्क को स्थायी रूप से प्रभावित कर सकती है और  अब आप ये सब छोड़ भी देते हैं, जब आप फिर से शांत हो जाते हैं तो फिर वापस उस स्तिथि मे नहीं आ सकते। अधिक समय प्रभावों में स्मृति समस्याएं और कुछ कम संज्ञानात्मक कार्य शामिल हैं |

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